अहमदाबाद (गुजरात): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर और मुंबई के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के नए और उन्नत संस्करण को शुक्रवार को हरी झंडी दिखायी और इसके बाद ट्रेन में सवार होकर उन्होंने गांधीनगर से अहमदाबाद के कालूपुर स्टेशन तक यात्रा भी की। मोदी ने सुबह करीब साढ़े 10.30 बजे गांधीनगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखायी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बों का निरीक्षण किया और उसमें उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने ट्रेन के लोकोमोटिव इंजन के नियंत्रण केंद्र का भी निरीक्षण किया।
पीएमओ ने कहा, ‘‘सफर के दौरान प्रधानमंत्री ने रेल कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों, महिला उद्यमियों और अनुसंधानकर्ताओं और युवाओं सहित अपने सह-यात्रियों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने वंदे भारत ट्रेनों को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले श्रमिकों, इंजीनियरों और अन्य कर्मचारियों के साथ भी बातचीत की।’’

प्रधानमंत्री के साथ इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी थे।
एक अधिकारी ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन महाराष्ट्र और गुजरात की राजधानियों को जोड़ती है। वंदे भारत ट्रेनों की श्रृंखला में यह तीसरी ट्रेन है, जो देश में संचालित की गई है। इस श्रृंखला की पहली ट्रेन नयी दिल्ली और वाराणसी के बीच आरंभ की गई थी जबकि दूसरी ट्रेन नयी दिल्ली से माता वैष्णो देवी, कटरा के बीच शुरू हुई थी।
उन्होंने बताया कि यह ट्रेन यात्रियों को बेहतर और विमान यात्रा जैसा अनुभव प्रदान करेगी तथा इसमें सुरक्षा के आधुनिक उपाय हैं जिसमें कवच प्रौद्योगिकी भी शामिल है। यह स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर-रोधी प्रणाली- कवच सहित अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है।
गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस एक अक्टूबर से आम जनता के लिए शुरू होगी। रविवार को छोड़कर यह सप्ताह में छह दिन संचालित होगी। मुंबई सेंट्रल स्टेशन से यह ट्रेन सुबह 6.10 बजे रवाना होगी और दोपहर 12.30 बजे गांधीनगर पहुंचेगी। गांधीनगर से यह ट्रेन अपराह्न 2.05 बजे रवाना होगी और रात 8.35 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंचेगी। इस दौरान यह ट्रेन सूरत, वडोदरा और अहमदाबाद स्टेशन पर रुकेगी।
पीएमओ ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस एक ‘‘गेम चेंजर’’ साबित होगी और भारत के दो व्यापारिक केंद्रों के बीच संपर्क को बढ़ावा देगी। उसने कहा, ‘‘इससे गुजरात के कारोबारियों को अहमदाबाद से गांधीनगर आने जाने के दौरान हवाई यात्रा जैसी सुविधाएं प्राप्त होंगी और उन्हें हवाई जहाज के महंगे किराए का बोझ भी नहीं उठाना होगा।’’
इस ट्रेन में सभी श्रेणियों में बैठने की सीटें हैं, जबकि एग्जिक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटों की अतिरिक्त सुविधा है। प्रत्येक कोच में 32 इंच की स्क्रीन है, जो यात्रियों से संबंधित सूचना प्रदान करने के साथ-साथ मनोरंजन भी करेगी।
मुंबई से अहमदाबाद के एग्जिक्यूटिव कोच का किराया 2,505 रुपये है जबकि चेयर कार श्रेणी का किराया 1,385 रुपये है।
वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए रेलवे ने मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस के संचालन के समय में परिवर्तित किया है।
वंदे भारत ट्रेन में 16 कोच होंगे और महज 140 सेंकेड के भीतर यह 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ सकती है। वातानुकूलन की निगरानी के लिए प्रत्येक कोच में एक कोच कंट्रोल मैनेजमेंट सिस्टम होगा।
इस ट्रेन में विमान जैसे बायो-वैक्यूम शौचालय की सुविधा होगी। दिव्यांगों के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था रहेगी।
पीएमओ ने कहा, ‘‘वंदे भारत ट्रेन अधिक उन्नत और बेहतर सुविधाओं से लैस है। केवल 52 सेकंड में इसकी गति 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी और इसकी अधिकतम गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी।’’
बयान में कहा गया कि इसमें वाई-फाई कंटेंट ऑन डिमांड की सुविधा भी होगी और यात्रियों के लिए सूचना एवं मनोरंजन के लिए प्रत्येक कोच में 32 इंच की स्क्रीन लगी होगी।
पीएमओ ने कहा, ‘‘वंदे भारत एक्सप्रेस पर्यावरण के अनुकूल होने जा रही है, क्योंकि इसमें लगी वातानुकूलित प्रणाली में बिजली की 15 प्रतिशत कम खपत होगी। ट्रैक्शन मोटर की धूल रहित स्वच्छ वायु कूलिंग के साथ, यात्रा अधिक आरामदायक हो जाएगी।’’
पीएमओ के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस के नए डिजाइन में हवा को शुद्ध करने के लिए ‘‘रूफ-माउंटेड पैकेज यूनिट’’ (आरएमपीयू) में एक फोटो-कैटेलिटिक अल्ट्रावायलेट वायु शुद्धीकरण प्रणाली स्थापित की गई है।


