रूस के उप प्रधानमंत्री मरात खुस्नुलिन ने यह घोषणा की है। इससे कुछ देर पहले खेरसॉन के रूस समर्थित नेता व्लादिमीर साल्दो ने क्रेमलिन से क्षेत्र के चार शहरों से निवासियों को निकालने के लिए कहा था।
खेरसॉन यूक्रेन के उन चार क्षेत्रों में से एक है जिन पर रूस ने पिछले महीने अवैध रूप से कब्जा जमा लिया था।
साल्दो ने बृहस्पतिवार को एक वीडियो पोस्ट कर कहा, ‘‘खेरसॉन क्षेत्र के शहरों – खेरसॉन और नोवा काखोव्का, होला प्रिस्तान तथा चोर्नोबेव्का में रोज मिसाइल हमले हो रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन मिसाइल हमलों से निवासियों को गंभीर नुकसान होता है। मिसाइलों हमलों की जद में होटल, रिहायशी इमारतें, बाजार और वे स्थान हैं जहां बहुत सारे नागरिक हैं।’’
साल्दो ने कहा कि खेरसॉन के निवासियों को निकालकर रूस के रोस्तोव, क्रास्नोदर और स्ताव्रोपोल के साथ ही क्रीमिया ले जाने का फैसला लिया गया है।
उन्होंने निवासियों को निकालने का अनुरोध ऐसे वक्त में किया है जब यूक्रेनी सेना ने दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र में अपना अभियान तेज कर दिया है।
इस बीच रूस ने यूक्रेन के अहम प्रतिष्ठानों पर अपने हमले शुक्रवार को भी जारी रखे। जपोरिज्जिया क्षेत्र की राजधानी रातभर रूस के मिसाइल हमलों से दहल उठी।



कीव: यूक्रेनी सेना को दक्षिणी मोर्चे पर मिल रही बढ़त से रूस की चिंता बढ़ गयी है और वह आंशिक रूप से कब्जे वाले खेरसॉन क्षेत्र के निवासियों को निशुल्क आवास का वादा कर रहा है जो वहां से रूस जाना चाहते हैं।